आज हमने आपके लिए सत्संग भजन लिरिक्स इन हिंदी का संग्रह प्रस्तुत कर रहा हूं, आशा करता हूं आपको Satsang Bhajan Lyrics पसंद आए। 1. उठ जाग मुसाफिर भोर भई लिरिक्स उठ जाग मुसाफिर भोर भई, अब रैन कहाँ जो सोवत है । जो सोवत है सो खोवत है, जो जागत है सोई पावत है ॥आपको उठ नींद से अखियाँ खोल जरा, और अपने प्रभु में ध्यान लगा । यह प्रीत करन की रीत नहीं, प्रभु जागत है तू सोवत है ॥ उठ जाग मुसाफिर भोर भई, अब रैन कहाँ जो सोवत है । जो सोवत है सो खोवत है, जो जगत है सोई पावत है ॥ जो कल करना सो आज कर ले, जो आज करे सो अब कर ले । जब चिड़िया ने चुग खेत लिया, फिर पछताए क्या होवत है ॥ उठ जाग मुसाफिर भोर भई, अब रैन कहाँ जो सोवत है । जो सोवत है सो खोवत है, जो जगत है सोई पावत है ॥ नादान भुगत अपनी करनी, ऐ पापी पाप में चैन कहाँ । जब पाप की गठड़ी शीश धरी, अब शीश पकड़ क्यूँ रोवत है ॥ उठ जाग मुसाफिर भोर भई, अब रैन कहाँ जो सोवत है । जो सोवत है सो खोवत है, जो जगत है सोई पावत है ॥ 2. मनुष जनम अनमोल रे मिट्टी में ना रोल रे लिरिक्स मनुष जनम अनमोल रे मिट्टी में ना रोल रे अब जो मिला है फिर ना मिलेगा कभी नही कभी नहीं कभी न
LyricsMIX is India's most loved lyrics website that provides भजन, All Bhajan Lyrics, Hanuman and Shiv Chalisa, Krishna Bhajan Lyrics, Aarti, Ganesh Bhajan, Maa Durga Bhajan Lyrics in Hindi and English. You will also like full forms, मिक्स भजन लिरिक्स,10 lines in hindi, Career, Hindi in this blog.