Skip to main content

Posts

Showing posts from June, 2022

सूर्य देव की आरती | Surya Dev Ki Aarti

 सूर्य देव की आरती (Surya Dev Ki Aarti) :- ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान, Surya Bhagwan Ki Aarti, Surya Dev Ji Ki Aarti, Aarti Surya Dev Ki, सूर्य देव की आरती ! सूर्य देव की आरती (Surya Dev Ki Aarti) ॐ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान, जगत् के नेत्रस्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा, धरत सब ही तव ध्यान, ॐ जय सूर्य भगवान, ॐ जय सूर्य भगवान…!! सारथी अरुण हैं प्रभु तुम, श्वेत कमलधारी। तुम चार भुजाधारी, अश्व हैं सात तुम्हारे, कोटि किरण पसारे। तुम हो देव महान, ॐ जय सूर्य भगवान…!! ऊषाकाल में जब तुम, उदयाचल आते। सब तब दर्शन पाते, फैलाते उजियारा, जागता तब जग सारा। करे सब तब गुणगान, ॐ जय सूर्य भगवान…!! संध्या में भुवनेश्वर अस्ताचल जाते। गोधन तब घर आते, गोधूलि बेला में, हर घर हर आंगन में। हो तव महिमा गान, ॐ जय सूर्य भगवान…!! देव-दनुज नर-नारी, ऋषि-मुनिवर भजते। आदित्य हृदय जपते, स्तोत्र ये मंगलकारी, इसकी है रचना न्यारी। दे नव जीवनदान, ॐ जय सूर्य भगवान…!! तुम हो त्रिकाल रचयिता, तुम जग के आधार। महिमा तब अपरम्पार, प्राणों का सिंचन करके भक्तों को अपने देते। बल, बुद्धि और ज्ञान, ॐ जय सूर्य भगवान…!

पार्वती माता की आरती | Parvati Mata Ki Aarti

 पार्वती माता की आरती (Parvati Mata Ki Aarti) :-  जय पार्वती माता ब्रह्मा सनातन देवी, शुभ फल की दाता, Parvati Ji Ki Aarti, Parvati Mata Aarti, Mata Parvati Ki Aarti (पार्वती माता की आरती) ! पार्वती माता की आरती (Parvati Mata Ki Aarti) जय पार्वती माता, जय पार्वती माता, ब्रह्मा सनातन देवी, शुभ फल की दाता !! जय पार्वती माता…!! अरिकुल कंटक नासनि, निज सेवक त्राता, जगजननी जगदम्बा, हरिहर गुण गाता !! जय पार्वती माता…!! सिंह को वहान साजे, कुंडल है साथा, देव वधू जस गावत, नृत्य करत ता था !! जय पार्वती माता…!! सतयुग रूप शील अतिसुंदर, नाम सती कहलाता, हेमाचंल घर जन्मी, सखियाँ संगराता !! जय पार्वती माता…!! शुम्भ निशुम्भ विदारे, हेमाचंल स्थाता, सहस्त्र भुजा तनु धरिके, चक्र लियो हाथा !! जय पार्वती माता…!! सृष्टि रूप तुही है जननी, शिव संग रंगराता, नन्दी भृंगी बीन लही, सारा जग मदमाता !! जय पार्वती माता…!! देवन अरज करत हम, चरण ध्यान लाता, तेरी कृपा रहे तो, मन नहीं भरमाता !! जय पार्वती माता…!! मैया जी की आरती, भक्ति भाव से जो नर गाता, नित्य सुखी रह करके, सुख संपत्ति पाता !! जय पार्वती माता…!! जय पार्वती मा

श्री बालाजी आरती | Shri Balaji Ki Aarti

 श्री बालाजी आरती (Shri Balaji Ki Aarti) :- ॐ जय हनुमत वीरा, स्वामी जय हनुमत वीरा, Shri Balaji Maharaj Ki Aarti, Shri Balaji Ki Aarti (श्री बालाजी आरती) ! श्री बालाजी आरती (Shri Balaji Ki Aarti) ॐ जय हनुमत वीरा, स्वामी जय हनुमत वीरा, संकट मोचन स्वामी, तुम हो रनधीरा !! ॐ जय हनुमत वीरा…!! पवन पुत्र अंजनी सूत, महिमा अति भारी, दुःख दरिद्र मिटाओ, संकट सब हारी !! ॐ जय हनुमत वीरा…!! बाल समय में तुमने, रवि को भक्ष लियो, देवन स्तुति किन्ही, तुरतहिं छोड़ दियो !! ॐ जय हनुमत वीरा…!! कपि सुग्रीव राम संग, मैत्री करवाई, अभिमानी बलि मेटयो, कीर्ति रही छाई !! ॐ जय हनुमत वीरा…!! जारि लंक सिय-सुधि ले आए, वानर हर्षाये, कारज कठिन सुधारे, रघुबर मन भाये !! ॐ जय हनुमत वीरा…!! शक्ति लगी लक्ष्मण को, भारी सोच भयो, लाय संजीवन बूटी, दुःख सब दूर कियो !! ॐ जय हनुमत वीरा…!! रामहि ले अहिरावण, जब पाताल गयो, ताहि मारी प्रभु लाय, जय जयकार भयो !! ॐ जय हनुमत वीरा…!! राजत मेहंदीपुर में, दर्शन सुखकारी, मंगल और शनिश्चर, मेला है जारी !! ॐ जय हनुमत वीरा…!! श्री बालाजी की आरती, जो कोई नर गावे, कहत इन्द्र हर्षित, मनवांछित फल पावे

श्री गंगा मां की आरती | Ganga Maiya Ki Aarti

 श्री गंगा मां की आरती (Ganga Maiya Ki Aarti) :- ॐ जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता, Ganga Maiya Aarti, Ganga Maiya Ji Ki Aarti (गंगा मां की आरती) ! श्री गंगा मां की आरती (Ganga Maiya Ki Aarti) ॐ जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता, जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता !! चंद्र सी जोत तुम्हारी, जल निर्मल आता, शरण पडें जो तेरी, सो नर तर जाता !! ॐ जय गंगे माता…!! पुत्र सगर के तारे, सब जग को ज्ञाता, कृपा दृष्टि तुम्हारी, त्रिभुवन सुख दाता !! ॐ जय गंगे माता…!! एक ही बार जो तेरी, शारणागति आता, यम की त्रास मिटा कर, परमगति पाता !! ॐ जय गंगे माता…!! आरती मात तुम्हारी, जो जन नित्य गाता, दास वही सहज में, मुक्त्ति को पाता !! ॐ जय गंगे माता…!! ॐ जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता, जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता !! ॐ जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता !! !! श्री गंगा मां की आरती !! !! Ganga Maiya Ki Aarti !! Ganga Maiya Ki Aarti Video (श्री गंगा मां की आरती ) Ganga Maiya Ki Aarti In English (श्री गंगा मां की आरती ) Om Jay Gange Mata, Shri Jay Gange Mata, Jo Nar Tumako Dhyata, Manavanchit Phal Pata !! Ch

श्री सिद्धिविनायक आरती | Shree Siddhivinayak Aarti

 श्री सिद्धिविनायक आरती (Siddhivinayak Aarti) :-  जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति, दर्शनमात्रे मनः, कमाना पूर्ति, Shri Siddhivinayak Aarti, Siddhivinayak Ki Aarti (श्री सिद्धिविनायक आरती) ! श्री सिद्धिविनायक आरती (Siddhivinayak Aarti) ॐ…ॐ…ॐ… वक्रतुण्ड महाकाय, सूर्यकोटि समप्रभ, निर्विघ्नम् कुरु मे देव, सर्व कार्येषु,, सर्वदा !! ॐ….. ॐ गं गणपतये नमो नम:, श्री सिध्धी-विनायक नमो नम: अष्ट-विनायक नमो नम:, गणपती बाप्पा मौर्य, मंगल मूर्ति मौर्य ! सुख कर्ता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची, नूर्वी पूर्वी प्रेम, कृपा जयाची, सर्वांगी सुन्दर, उटी-शेंदु राची, कंठी-झलके माल, मुकता फळांची, जय देव जय देव, जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति, दर्शन मात्रे मनःकामना पूर्ति, जय देव जय देव !! रत्न खचित फरा, तुझ गौरी कुमरा, चंदनाची उटी, कुमकुम केशरा, हीरे जडित मुकुट, शोभतो बरा, रुन्झुनती नूपुरे, चरनी घागरिया, जय देव जय देव, जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति, दर्शन मात्रे मनःकामना पूर्ति, जय देव जय देव !! लम्बोदर पीताम्बर, फनिवर वंदना, सरल सोंड, वक्रतुंडा त्रिनयना, दास रामाचा, वाट पाहे सदना, संकटी पावावे, निर्वाणी रक्षावे, सुर

महाकाली की आरती | Mahakali Ki Aarti

 महाकाली की आरती (Mahakali Ki Aarti) -: जय काली माता, माँ जय महा काली माँ (Jai Kali Mata , Maa Jai Maha Kali Maa), Mahakali Maa Aarti, Mahakali Mata Ki Aarti (महाकाली की आरती) ! महाकाली की आरती (Mahakali Ki Aarti) जय काली माता, माँ जय महा काली माँ, रतबीजा वध कारिणी माता, सुरनर मुनि ध्याता, माँ जय महा काली माँ !! दक्ष यज्ञ विदवंस करनी माँ शुभ निशूंभ हरलि, मधु और कैितभा नासिनी माता, महेशासुर मारदिनी, ओ माता जय महा काली माँ !! हे हीमा गिरिकी नंदिनी प्रकृति रचा इत्ठि, काल विनासिनी काली माता, सुरंजना सूख दात्री हे माता !! अननधम वस्तराँ दायनी माता आदि शक्ति अंबे, कनकाना कना निवासिनी माता, भगवती जगदंबे, ओ माता जय महा काली माँ !! दक्षिणा काली आध्या काली, काली नामा रूपा, तीनो लोक विचारिती माता धर्मा मोक्ष रूपा !! Mahakali Ki Aarti Video (महाकाली की आरती) Mahakali Ki Aarti In English (महाकाली की आरती) Jai Kali Mata , Maa Jai Maha Kali Maa, Ratabeeja Vadh Kaarini Maata, Suranara Muni Dhyaataa, Maa Jai Maha Kali Maa !! Daksha Yagya Vid Vansa Karani, Maa Shubha Nishumbh Haarlee, Madhu Aur Kaitabha

माँ अन्नपूर्णा आरती | Maa Annapurna Aarti

 माँ अन्नपूर्णा आरती (Maa Annapurna Aarti) :- बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम जो नहीं ध्यावे तुम्हें अम्बिके, Maa Annapurna Aarti (माँ अन्नपूर्णा आरती) ! माँ अन्नपूर्णा आरती (Maa Annapurna Aarti) बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम ! जो नहीं ध्यावे तुम्हें अम्बिके, कहां उसे विश्राम, अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारो, लेत होत सब काम !! बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम ! प्रलय युगान्तर और जन्मान्तर, कालान्तर तक नाम, सुर सुरों की रचना करती, कहाँ कृष्ण कहाँ राम !! बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम !! चूमहि चरण चतुर चतुरानन, चारु चक्रधर श्याम, चंद्रचूड़ चन्द्रानन चाकर, शोभा लखहि ललाम !! बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम !! देवि देव! दयनीय दशा में, दया-दया तब नाम, त्राहि-त्राहि शरणागत वत्सल, शरण रूप तब धाम !! बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम !! श्रीं, ह्रीं श्रद्धा श्री ऐ विद्या, श्री क्लीं कमला काम, कांति, भ्रांतिमयी, कांति शांतिमयी, वर दे तू निष्काम !! बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम !! Maa Annapurna Aarti Video (माँ अन्नपूर्णा आरती) Maa Annapurna Aarti In Engl

गौ माता आरती | Gau Mata Ki Aarti

 गौ माता आरती (Gau Mata Ki Aarti) -: ॐ जय जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता जो कोई तुमको ध्याता, त्रिभुवन सुख पाता (Om Jai Jai Gaumata, Maiya Jai Jai Gaumata, Jo Koi Tumko Dhyata, Tribhuvan Sukh Pata), Gau Mata Ki Aarti (गौ माता आरती) ! गौ माता आरती (Gau Mata Ki Aarti) ॐ जय जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता, जो कोई तुमको ध्याता, त्रिभुवन सुख पाता !! सुख समृद्धि प्रदायनी, गौ की कृपा मिले, जो करे गौ की सेवा, पल में विपत्ति टले !! आयु ओज विकासिनी, जन जन की माई, शत्रु मित्र सुत जाने, सब की सुख दाई !! सुर सौभाग्य विधायिनी, अमृती दुग्ध दियो, अखिल विश्व नर नारी, शिव अभिषेक कियो !! ममतामयी मन भाविनी, तुम ही जग माता, जग की पालनहारी, कामधेनु माता !! संकट रोग विनाशिनी, सुर महिमा गाई, गौ शाला की सेवा, संतन मन भाई !! गौ मां की रक्षा हित, हरी अवतार लियो, गौ पालक गौपाला, शुभ संदेश दियो !! श्री गौमाता की आरती, जो कोई सुत गावे, पदम् कहत वे तरणी, भव से तर जावे !! ॐ जय जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता !! Gau Mata Ki Aarti Video (गौ माता आरती) Gau Mata Ki Aarti In English (गौ माता आरती) Om Jai Jai Gaumata, Maiya J

Lyrics of Om jai Jagdish hare | ॐ जय जगदीश हरे लिरिक्स| Jagdish ji ki aarti

 ॐ जय जगदीश हरे लिरिक्स, Om Jai Jagdish Hare Aarti Lyrics in Hindi , ANURADHA PAUDWAL आरती लिरिक्स,यदि आप  lyrics of om jai jagdish hare/ lyrics for om jai jagdish hare / jagdish ji ki aarti / aarti jagdish ji ki / om jai jagadish lyrics ढूंड रहें हैं तो आप सही जगह  हैं । Lyrics of Om jai Jagdish hare in Hindi ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे । भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट, क्षण में दूर करे ॐ जय जगदीश हरे । जो ध्यावे फल पावे, दुःखबिन से मन का स्वामी दुःखबिन से मन का । सुख सम्पति घर आवे सुख सम्पति घर आवे, कष्ट मिटे तन का ॐ जय जगदीश हरे ।   मात पिता तुम मेरे, शरण गहूं किसकी स्वामी शरण गहूं मैं किसकी । तुम बिन और न दूजा तुम बिन और न दूजा, आस करूं मैं जिसकी ॐ जय जगदीश हरे । तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी स्वामी तुम अन्तर्यामी । पारब्रह्म परमेश्वर पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सब के स्वामी ॐ जय जगदीश हरे । तुम करुणा के सागर, तुम पालनकर्ता स्वामी तुम पालनकर्ता । मैं मूरख फलकामी मैं सेवक तुम स्वामी, कृपा करो भर्ता ॐ जय जगदीश हरे । तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति स्वामी सबके प्राणपति ।